एक्साइटमेन्ट से भरे वीकेंड के लिए, झारखंड में बोकारो जिले की यात्रा की योजना बनाएं।
About Bokaro
बोकारो झारखंड राज्य का एक सुंदर जिला है, जिसका निर्माण दिनांक 1 अप्रैल, 1991 को हुआ ।यह शहर अपने सरकारी क्षेत्र के इस्पात उद्योग के लिये प्रसिद्ध है तथा “स्टील सिटी” के नाम से जाना जाता है। बोकारो छोटानागपुर पठार में स्थित है।यहाँ प्रकृति का सुंदर रूप वनों और बागों के रूप में देखने को मिलता है।यह जिला झारखंड की राजधानी रांची से 113 की दूरी पर है।
बोकारो जिला भारत का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक जिला है। बोकारो अपने इस्पात संयंत्र(स्टील प्लांट) के लिए प्रसिद्ध है, जो कि एशिया में सबसे बड़ा है।यह राज्य भारत को दुनिया के औद्योगिक मानचित्र पर रखने के लिए जाना जाता है। दामोदर नदी के किनारे बसा यह शहर पारसनाथ पहाड़ियों की पृष्ठभूमि के साथ एक खास पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाता है।
यह स्टील सिटी पर्यटन के लिहाज से आपके लिए कितनी खास है,जानिए यहां के सबसे लोकप्रिय स्थानों के बारे में।
बोकारो स्टील प्लांट| bokaro steel plant | SAIL
देश के सबसे पुराने और बड़े इस इस्पात संयंत्र की स्थापना भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा झारखंड के बोकारो शहर में की गई थी। बोकारो स्टील प्लांट देश की स्टील आवश्यकता को पूरा करने का काम करता है। यह कारखाना देश के पहले स्वदेशी इस्पात कारखाने के नाम से विख्यात है। इसमें अधिकतर उपकरण, साज-सामान तथा तकनीकी कौशल स्वदेशी ही है।
इस संयंत्र की कुल उत्पादन क्षमता प्रित वर्ष 5.2 मिलियन टन है। यह इतना बड़ा और नामी स्टील प्लांट है जिसे देखने की ख्वाइस हर वो इंसान करता है जो इसके बारे में जानता है। इस संयत्र ने न सिर्फ रोजगार के अवसर को बढ़ाया बल्कि विश्व पटल पर भारत के मान को भी बरकरार रखा है।सभी नवोदित उद्योगपतियों को यहां कुछ सीखने का अच्छा अनुभव होता है| प्लांट के बड़े-बड़े मशीनों को देखने का एक अलग ही एहसास होता है, रात के वक़्त पूरा प्लांट लइटों से जगमगाता है जिसका दृश्य बहुत ही मनोहर लगता है|
पारसनाथ हिल्स | parasnath hills
1,350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पारसनाथ हिल्स सैकड़ों जैन धर्मावलंबियों का तीर्थ स्थान है। माना जाता है कि यहां जैनों के 23वें तीर्थंकर पारसनाथ जी ने मोक्ष प्राप्त किया था, इसलिए यह पहाड़ी एक पवित्र स्थान के रूप में जानी जाती है।जैन मंदिरों के अलावा, राम मंदिर भी पर्यटकों द्वारा दौरा किया जाने वाला एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर्यटक ऊँचाई पर चढ़ कर पारसनाथ मंदिर के दर्शन करते हैं|
यदि आप बोकारो से पारसनाथ जाना चाहते हैं तो आपके पास बस और ट्रेन दोनों सुविधाएं उपलब्ध हैं, लगभग 58.4 किमी की दूरी आपको तय करनी है। Know more about Parasnath hills
गरगा डैम और सिटी पार्क | dagra dam and city park
बोकारो में औद्योगिक यात्रा के अलावा, बहुत कुछ है। गरगा डैम के बाहर, हरे भरे और शुध्द वातावरण के साथ सिटी पार्क में एक पिकनिक का आनंद अवश्य लें, यह एक मानव निर्मित पार्क है जिसे जापानी वास्तुकला शैली के साथ बनाया गया है। बोकारो से गरगा डैम की दूरी 33.2 किमी के लगभग है। Also know more about city park
जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान | Jawaharlal Nehru Biological Park
सन् 1989 में स्थापित जवाहर लाल नेहरू जैववैज्ञानिक पार्क विसाल क्षेत्र में फैला है और एक चिड़ियाघर है। इस पार्क में रोचक प्रकार की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। झारखण्ड का सबसे बड़ा चिड़ियाघर होने के कारण यह जैववैज्ञानिक पार्क एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। जवाहर लाल नेहरू जैववैज्ञानिक पार्क यहाँ पर बड़ी संख्या में पाये जाने वाले बिल्ली प्रजाति के अपने एशियाटिक शेरों, सफेद चीतों और रॉयल बेन्गॉल चीतों के लिये मशहूर है। बोकारो आने के बाद मैप की सहायता से लगभग 11 कम की दूरी तय कर आप जवाहरलाल नेहरू बायोलॉजिकल पार्क आ सकते हो।
One thought on “इसे पढ़कर आप निश्चित रूप से बोकारो जाने की योजना बनाएंगे |By reading this you will surely plan to visit Bokaro”
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