Our Festival Republic Day of India
1. Happy Republic Day
हर साल हम स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस मनाकर आजादी के शहीदों को याद करते हैं। वे, जो मिट गए हमारे लिए, उनकी शहादत को नमन करते हैं, श्रद्धा अर्पित करते हैं और इतनी मुश्किलों से पाई आजादी की अनमोल कीमत को महसूस करते हैं।
गणतंत्र दिवस हम हर साल बड़े धूमधाम से मनाते हैं । गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, जो 26 जनवरी को मनाया जाता है। सन 1950 में 26 जनवरी को ही भारत सरकार अधिनियम 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। किसी भी देश के नागरिक के लिए उसका संविधान उसे जीने और समाज में रहने की आजादी देता है।
211 विशेषज्ञों के द्वारा दो साल ग्यारह महीने और 18 दिनों में भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था। भारतीय संविधान 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों के साथ दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान, जो अब और भी संशोधित होकर 470अनुछेद और 12 अनुसूची में विस्तृत हो गया है ।संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। गणतंत्र दिवस के दिन भारत में राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है।
2. हमारा गणतंत्र दिवस
26 जनवरी के दिन भारत के राष्ट्रपति राजपथ पर राष्ट्रध्वज फहराते हैं और राष्ट्रगान गाया जाता है। वैसे तो गणतंत्र दिवस पूरे देश में ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन राजधानी दिल्ली में इसकी छटा देखने लायक होती है। हर साल गणतंत्र दिवस के दिन भव्य परेड का आयोजन किया जाता है जो इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक होती है। इस परेड में थलसेना, वायुसेना और नौसेना के जवान शामिल होते हैं। इस परेड के दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति को सलामी देते हैं। इस दिन तीनों सेनाएं आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन भी करती हैं जो राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है।
साथ ही इस परेड में देश के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चे भाग लेते हैं और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं। गणतंत्र दिवस समारोह की एक खास बात यह है कि इस समारोह में पूरी दुनिया के देशों से कोई एक मुख्य अतिथि चुना जाता है जो सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद रहते है। गणतंत्र दिवस समारोह में परेड के दौरान सभी राज्यों की झांकी प्रस्तुत की जाती है।
इस झांकी में सभी राज्य अपनी विविधता और संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं। इस कार्यक्रम में हर राज्य अपने प्रदेश के लोकगीतों तथा लोकनृत्यों का अद्भुत रूप प्रस्तुत करते हैं। गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए और दर्शक दीर्घा में बैठने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। साथ ही राष्ट्रीय चैनल इस समारोह का सीधा प्रसारण कर पूरे देशवासियों को इस समारोह की झलक दिखाते रहते हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह उत्साह पूर्वक मनाने के बाद समारोह का धूमधाम से समापन किया जाता है जिसे बीटिंग रीट्रीट कहा जाता है। यह समारोह 26 जनवरी के तीसरे दिन अर्थात 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। समारोह का स्थल रायसीना हिल्स और बगल का चौकोर स्थल (विजय चौक) होता है जो की राजपथ के अंत में राष्ट्रपति भवन के उत्तर और दक्षिण ब्लॉक द्वारा घिरे हुए हैं। बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस आयोजनों का आधिकारिक रूप से समापन घोषित करता है।
गणतंत्र दिवस की परेड आज विश्व भर में भारत की पहचान बनकर उभरी है। गणतंत्र दिवस को भारत की शक्ति का असली परिचय मिलता है।सेना, सशस्त्र बलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सुसज्जित यह परेड आज भारत का गौरव है। गणतंत्र दिवस की परेड की खूबसूरती और उसकी अहमियत को शब्दों में लिख पाना बेहद मुश्किल है।
हमें अपने देश के संविधान और इसकी एकता और अखंडता को बढ़ाने वाले हमारे राष्ट्रीय पर्वों पर गर्व है।
बलिदानों का सपना जब सच हुआ, देश तभी आज़ाद हुआ, आज सलाम करे उन वीरों को, जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।
Happy Republic Day…
By Sanchi Kashyap